THOUGHTS:-
ना मुझे काना-फूसी भाती है, ना जी-हुजूरी रास आती है;
मैं तो बस प्रेम का राही हूँ — जिसकी हर एक चाल, प्रेम ने सुलझाई है।
— आनंद किशोर मेहता
झूठ के सहारे बड़ी-बड़ी बातें की जा सकती हैं,
लेकिन मानवता की ऊँचाई केवल सच से ही हासिल होती है।
— आनंद किशोर मेहता
मानवता कोई वेश नहीं, जिसे ज़रूरत के हिसाब से बदला जा सके —
यह तो आत्मा की असली परछाई है।
— आनंद किशोर मेहता
जहाँ स्वार्थ बोलते हैं, वहाँ वास्तविकता खामोश हो जाती है —
क्योंकि वह दिखावे की मोहताज नहीं होती।
— आनंद किशोर मेहता
रिश्ते बनते हैं शब्दों से,
लेकिन टिकते हैं कर्तव्यों से।
— आनंद किशोर मेहता
जो पीठ पीछे भी वैसा ही रहे, वही सच्ची मानवता है —
बाकी सब अभिनय है।
— आनंद किशोर मेहता
स्वयं का मूल्य न जानने वाला, दूसरों के मूल्य को क्या समझेगा?
जो अपने ही अस्तित्व को न पहचान सका, वो भला औरों की अहमियत क्या जाने?
— आनंद किशोर मेहता
जिसने खुद की अहमियत को पहचान लिया, वही दूसरों की असल कदर करना जानता है –
क्योंकि सम्मान देना, पहले स्वयं से शुरू होता है।
— आनंद किशोर मेहता
जो अपने ही मन की चालबाज़ियों, भ्रमों और दुर्बलताओं को पहचानकर,
उन पर विजय पा ले – वही सच्चा शूरवीर है।
— आनंद किशोर मेहता
माँ-बाप वो साया हैं जो धूप में जलते हुए भी हमें ठंडक देते हैं —
और हम छाँव में रहकर भी उनकी तपन को नज़रअंदाज़ कर जाते हैं।
— आनंद किशोर मेहता
माता-पिता की सेवा आसान नहीं है,
पर जो इसे प्रेम से करता है —
वो जीवन की सबसे कठिन परीक्षा पास कर जाता है, बिना किसी डिग्री के।
— आनंद किशोर मेहता
मैंने धुंध से आँखें मोड़ ली हैं,
अब हर दिशा में तू ही तू दिखता है।
— आनंद किशोर मेहता
चलते-चलते जब सवाल थक गए,
तब उत्तर बनकर तू आ गया।
— आनंद किशोर मेहता
"कहीं खो गया था मैं,
जब भीतर झाँका...
तो पाया — सिर्फ मैं था..... बाकी सब भ्रम था।"
— आनंद किशोर मेहता
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दुनिया चाहे झूठ बोले, तालियाँ बजाए या भ्रम फैलाए —
पर अंततः, तुम्हारा कर्म ही तुम्हारी पहचान बनता है।
— आनंद किशोर मेहता
कृतज्ञता वह चाबी है जो हमारे पास मौजूद चीज़ों को ही पर्याप्त बना देती है।
— आनंद किशोर मेहता
जब दिल शुक्रगुज़ार होता है, तो साधारण भी वरदान बन जाते हैं।
— आनंद किशोर मेहता
कृतज्ञता का अर्थ यह नहीं कि सब कुछ मिला है;
इसका अर्थ है कि जो मिला, वह भी बहुत है।
— आनंद किशोर मेहता
सेवा का अर्थ केवल दान, ताकत, या सुविधा देना नहीं है।
सच्ची सेवा उस संकल्प से होती है जो प्रेम और कृतज्ञता से जुड़ा हो।
— आनंद किशोर मेहता
बद्दुआ तब असर करती है जब मन में छल हो,
मेरे दिल में तो बस प्रेम था — और है।
— आनंद किशोर मेहता
जिसे मैंने दिल से चाहा,
उसका तिरस्कार भी मेरे लिए वरदान है।
— आनंद किशोर मेहता
जीवन एक यात्रा है — कुछ साथ चलते हैं, कुछ मोड़ पर विदा लेते हैं।
पर जिनसे प्रेम था, वे कभी वास्तव में दूर नहीं जाते।
वे हमारी आत्मा में गूंज बनकर बस जाते हैं।
— आनंद किशोर मेहता
मृत्यु शरीर की होती है, रिश्ते की नहीं।
जो प्रेम आत्मा से जुड़ा हो, वह समय और मृत्यु दोनों से परे होता है।
— आनंद किशोर मेहता
मृत्यु अंत नहीं, रूपांतरण है।
— आनंद किशोर मेहता
"असली संघर्ष वो नहीं जो सड़क पर दिखता है, असली संघर्ष तो अंदर की चुप्पी में छिपा होता है।"
– आनन्द किशोर मेहता
"अब रिश्ते निभाए नहीं जाते, बस दिखावे के लिए निभाए जाते हैं।"
– आनन्द किशोर मेहता
"सच बोलना बगावत जैसा हो गया है, और झूठ चालाकी।"
– आनन्द किशोर मेहता
"हर कोई बदलाव चाहता है, पर शुरुआत कोई नहीं करना चाहता।"
– आनन्द किशोर मेहता
"आजकल सम्मान उम्र से नहीं, पैसे से तय होता है।"
– आनन्द किशोर मेहता
"लोग अच्छाई की तारीफ तो करते हैं, पर उसी राह पर चलने से कतराते हैं।"
– आनन्द किशोर मेहता
"हर कोई हिस्से का हक़दार बनना चाहता है, पर फर्ज़ निभाने वाला नहीं।"
– आनन्द किशोर मेहता
"साथ देने के दावे अक्सर स्वार्थ से भरे होते हैं — सच्चा साथ तो वही होता है, जो चुपचाप निभाया जाता है, बिना किसी दिखावे के।"
– आनन्द किशोर मेहता
जो खुद को भूलकर दूसरों की परछाई बनता है,
एक दिन अपनी ही रोशनी से अजनबी हो जाता है।
~ आनंद किशोर मेहता
हर बार चुप रहना विनम्रता नहीं —
कभी-कभी यह खुद से की गई सबसे बड़ी बेईमानी होती है।
~ आनंद किशोर मेहता
हर मुस्कान सच्ची नहीं होती —
कभी-कभी वो दर्द का सबसे सुंदर पर्दा होती है।
~ आनंद किशोर मेहता
"हर चीज़ पर नियंत्रण नहीं हो सकता। कुछ स्थितियाँ स्वीकारना ही शांति की शुरुआत है — यह कमजोरी नहीं, परिपक्वता है।"
— Anand Kishore Mehta
"दूसरों का व्यवहार मेरे कर्म का नहीं, उनका कर्म का फल है।"
— Anand Kishore Mehta
"नफ़रत नहीं, पर आत्म-संरक्षण के लिए दूरी ज़रूरी है — ताकि मन चैन से सांस ले सके।"
— Anand Kishore Mehta
"मौन हमेशा जवाब नहीं होता, लेकिन कभी-कभी यही सबसे गहरा जवाब बन जाता है।"
— Anand Kishore Mehta
"सबको समझाना ज़रूरी नहीं होता — खुद को समझना ही भीतर की शांति लाता है।"
"आपकी शांति, आपका आत्म-सम्मान, और आपकी सच्चाई — यही आपकी सबसे बड़ी ताक़त हैं।"
"Inner peace is the greatest beauty of life."
When the mind is still, every relationship feels simple, and every moment — meaningful.
Peaceful. Devoted.
Only the one who is calm within, radiates beauty outside.
— Anand Kishor Mehta
"Relationships truly blossom where self-respect is safe."
To bend is beautiful — if it’s for love and understanding.
But if constant bending shrinks the soul, it’s not love — it’s a sacrifice of dignity.
— Anand Kishor Mehta
"Truth needs no proof — it shines on its own in the fire of time."
What is true will remain steady,
What is false will fall, exhausted by its own noise.
— Anand Kishor Mehta
"The soul that hasn’t given up within — cannot be defeated by the world."
It’s not the smile on the face,
but the strength within that is the real power.
— Anand Kishor Mehta
1.
अब न खुशी कहने की हिम्मत है,
न दुख रोने की जगह।
जैसे हर भावना को चुप्पी निगल गई हो…
2.
दुनिया बस सुनना चाहती है वही,
जो वो समझ सके।
और मेरी कहानी —
या तो बहुत गहरी है, या बहुत अकेली…
3.
कभी सोचा था कि शब्दों से हल्का हो जाऊँगा,
पर अब लगता है —
शब्द भी बोझ बन गए हैं,
क्योंकि सुनने वाला दिल नहीं रहा…
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